- आर्थिक पहल और अवसंरचना:
- पराला में 26 करोड़ रुपये की लागत से एक वाइनरी स्थापित की जाएगी।
- सोलन के जटोली में 5.32 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मॉडल करियर सेंटर का उद्घाटन किया गया।
- चीन सीमा के पास स्थित शिपकी-ला दर्रे को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।
- कृषि, बागवानी और पशुपालन:
- हिमाचल प्रदेश दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है, जिसमें गाय के दूध के लिए ₹51 प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए ₹61 प्रति लीटर की दर तय की गई है।
- प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹30 से बढ़ाकर ₹40 प्रति किलोग्राम कर दिया गया है।
- सरकार प्राकृतिक खेती से उगाई गई कच्ची हल्दी पर ₹90 प्रति किलोग्राम का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करेगी, जिसे ‘हिमाचल हल्दी’ ब्रांड के तहत बेचा जाएगा।
- ऊना जिले में लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से एक आलू प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
- हमीरपुर जिले में एक मसाला पार्क का निर्माण किया जाएगा।
- राज्य में 120 करोड़ रुपये की लागत से छह नए दूध प्रसंस्करण और चिलिंग प्लांट स्थापित किए जाएंगे। ये प्लांट झलेड़ा (ऊना), झलाड़ी (हमीरपुर), नाहन (सिरमौर), मोहल (कुल्लू), नालागढ़ (सोलन) और रोहड़ू (शिमला) में होंगे।
- कांगड़ा के ढगवार में 225 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़े दूध प्रसंस्करण संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है, जिसके जून 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
- सरकारी योजनाएं और नीतियां:
- वन संरक्षण में स्थानीय युवाओं को शामिल करने के लिए ‘वन मित्र योजना’ शुरू की गई है, जिसके तहत 2061 ‘वन मित्र’ नियुक्त करने की योजना है।
- ‘राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना’ के तहत, सरकार ई-टैक्सी की खरीद पर 50% सब्सिडी प्रदान कर रही है।
- स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करने के लिए ‘मुख्यमंत्री स्वच्छ जल शोधन योजना’ 200 करोड़ रुपये के बजट के साथ शुरू की गई है।
- कुल्लू जिले के सुदूर गांव बागा-सराहन में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- ऊर्जा क्षेत्र:
- राज्य सरकार ने सुन्नी (382 मेगावाट), लुहरी स्टेज-1 (210 मेगावाट) और धौलासिद्ध (66 मेगावाट) जलविद्युत परियोजनाओं को एसजेवीएनएल से वापस लेने का निर्णय लिया है।
- भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने भाखड़ा बांध (4403 मेगावाट) और कोल बांध (8700 मेगावाट) पर पंप भंडारण परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण क्षमता की पहचान की है।
- संस्कृति और सामाजिक मुद्दे:
- सोलन में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ऐतिहासिक शूलिनी मेले का उद्घाटन किया गया।
- राज्यपाल द्वारा कुमारी ओशीन और शवीन चोर्टा को ‘चोफला पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
- नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने जागरूकता बढ़ाने हेतु शिमला के सुदूर क्षेत्र डोडरा-क्वार का दौरा किया।