गिरिराज 21-27 मई 2025 संपादकीय
सर्वसुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण आयाम है। स्वस्थ काया वाला व्यक्ति ही अपने जीवन का भरपूर आनंद उठा सकता है। स्वस्थ व्यक्ति ही अपने विवेकशील व्यवहार से समाज में सकारात्मक सोच विकसित करके अपने राष्ट्र की उत्तम सेवा कर सकता है। प्रदेश के लोगों का जीवन भी सुखमय और स्वस्थ बने इसके लिए प्रदेश सरकार लोगों को सर्वसुलभ और गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य संरचना को सुदृढ़ कर रही है ताकि प्रदेश में ही लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें जिससे उनका समय और पैसा दोनों बचेगा।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में 45.50 करोड़ से चमियाणा स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियल्टी व टांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी जल्द ही आरंभ की जाएंगी। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में लगभग 20,73,12,000 रुपये की लागत से पैट स्कैन उपलब्ध होगी। शिमला में मरीजों की बढ़ती संख्या तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए गैस्टोएंटरीलॉजी, यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी तथा प्लास्टिक सर्जरी विभागों को सुपर स्पेशियल्टी संस्थान चमियाणा में स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त 100 करोड़ रुपये की लागत से आवश्यक ढांचे सहित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियल्टी चमियाणा, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर व नेरचौक में एम.आर.आई. मशीन स्थापित की जा रही है। प्रदेश में मरीजों को विशेष चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा सकें इसके लिए प्रदेश सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेजों एवं आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में उच्च गुणवत्ता वाले अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। जिसके लिए जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी के माध्यम से 1700 करोड़ रुपये सुनिश्चित किए हैं। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर और राजकीय कॉलेज मंडी में कैथ लैब स्थापित करके स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रदेश में निजी क्षेत्र के सहयोग से 10 नए हेल्थ व वैलनेस सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों तथा अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियल्टी चमियाणा में स्नातकोत्तर (पी. जी.) की पढ़ाई के वजीफे को तीन वर्षों में मिलने वाली राशि को बनकर प्रतिवर्ष एक लाख, डी.एन.बी., सुपर स्पेशलिस्ट का वजीफा प्रतिवर्ष 1.30 लाख होगा। प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों की अच्छे से देखभाल हो इसके लिए रोगी मित्र योजना के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में 1000 के करीब रोगी मित्रों की नियुक्तियां की जाएंगी जिन्हें सरकार द्वारा प्रतिमाह 15000 मासिक मानदेय दिया जाएगा। प्रदेश की जनता घर से ही ऑनलाइन अपॉइंटमेंट से लेकर डॉक्टरों से उपचार करवा सके इसके लिए प्रदेश सरकार सुगम स्वास्थ्य नाम एप शुरू करेगी ताकि उन्हें लंबी-लंबी कतारों से निजात मिल सके। अब प्रदेश में 27 वर्ष तक के लड़के और लड़कियों और टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित गर्भवती महिलाओं और बच्चों को प्रदेश सरकार मुफ्त इंसुलिन पंप उपलब्ध करवाएगी। वृद्धजनों के प्रति अपनी संवेदनशीलता को दिखाते हुए प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री वृद्धजन देखभाल’ नामक योजना लाई है जिसके तहत स्वास्थ्य और पैरामेडिकल स्टाफ, मोबाइल स्वास्थ्य वैन के माध्यम से 70 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग के लोगों के घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे ताकि उनकी स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यकताओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा सके। प्रदेश में बच्चों में कुपोषण की समस्या से छुटकारा दिलवाने के लिए आई.आई.टी. मुंबई के समन्वय से अध्ययन किया जाएगा और छः माह से अधिक आयु के बच्चों के स्तनपान की ईम्प्रोवाइज तकनीक और पूरक आहार पर अध्ययन किया जाएगा। दुर्गम और अनुसूचित जनजातीय क्षेत्रों में 290 आशा कार्यकर्ताओं का चयन किया जाएगा ताकि इन कठिन क्षेत्र के लोगों को सुचारू रूप से स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। प्रदेश में नवजात शिशुओं की बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए कमला नेहरू अस्पताल शिमला और मेडिकल कॉलेज नेरचौक मंडी में कमांड सेंटर स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में एंबुलेंस सुविधा को और अधिक मजबूत बनाने के लिए 25 आधुनिक जीवनरक्षक प्रणाली से युक्त एंबुलेंस की खरीद की जाएगी ताकि गंभीर रूप से पीड़ित रोगी को बचाया जा सके। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में शीघ्र स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता निर्माण और गैर सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और सामुदायिक संगठनों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र स्थापित करेगी। साथ ही यह केंद्र स्वास्थ्य विभाग की नीतियों और कार्यक्रमों की योजना कार्यान्वयन, निगरानी और मूल्यांकन को आसान बनाने में भी सहायक होगा।
संपादकीय की व्याख्या
यह संपादकीय, “सर्वसुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं”, हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र को आधुनिक और सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में राज्य सरकार की व्यापक योजनाओं और प्रतिबद्धता पर केंद्रित है।
- मुख्य तर्क: संपादकीय का केंद्रीय तर्क यह है कि प्रदेश सरकार राज्य के लोगों को उच्च-स्तरीय और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उन्हीं के प्रदेश में उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य ढांचे को पूरी तरह से मजबूत कर रही है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मरीजों को इलाज के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े, जिससे उनके समय और धन दोनों की बचत हो।
- प्रमुख विषय:
- अत्याधुनिक तकनीकी उन्नयन: लेख में स्वास्थ्य सेवाओं के तकनीकी विकास पर विशेष जोर दिया गया है। इसमें चमियाणा और टांडा में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत, आईजीएमसी शिमला में पेट स्कैन (PET Scan) की उपलब्धता, और हमीरपुर व नेरचौक मेडिकल कॉलेजों में कैथ लैब तथा एमआरआई मशीनों की स्थापना जैसी महत्वपूर्ण पहलों का उल्लेख है।
- सुपर स्पेशियल्टी सेवाओं का विस्तार: सरकार विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, यूरोलॉजी, और नेफ्रोलॉजी जैसे सुपर स्पेशियल्टी विभागों की स्थापना कर रही है ताकि गंभीर बीमारियों का इलाज प्रदेश में ही संभव हो सके।
- मानव संसाधन और कल्याण: स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए ‘रोगी मित्र योजना’ के तहत 1000 सहायकों की नियुक्ति और पीजी छात्रों के वजीफे में वृद्धि जैसे कदमों का जिक्र किया गया है, जो मानव संसाधन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
- नागरिक-केंद्रित योजनाएं: आम जनता की सुविधा के लिए कई योजनाएं शुरू की जा रही हैं, जैसे – ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए ‘सुगम स्वास्थ्य’ एप, मधुमेह रोगियों के लिए मुफ्त इंसुलिन पंप, और 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों की घर पर स्वास्थ्य जांच के लिए ‘मुख्यमंत्री वृद्धजन देखभाल’ योजना।
- ग्रामीण और निवारक स्वास्थ्य पर ध्यान: यह लेख दर्शाता है कि सरकार केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि कुपोषण से निपटने के लिए आईआईटी मुंबई के साथ अध्ययन और दुर्गम क्षेत्रों में 290 आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति जैसे कदमों के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
- निष्कर्ष: संपादकीय का सार यह है कि सरकार, प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन और कल्याणकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर निवेश करके हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही है, जिसका लक्ष्य प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम और सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।