गिरिराज साप्ताहिक (9-15 अप्रैल, 2025)
- प्रदेश सरकार ने सुन्नी, लूहरी चरण-1, धौलासिद्ध, डूंगर और बैरा स्यूल जल विद्युत परियोजनाओं को अपने अधीन लेने का निर्णय लिया।
- ‘एग्रीकल्चर लोन इंटरेस्ट सबर्वेशन स्कीम’ शुरू की जाएगी, जिसके तहत किसानों द्वारा लिए गए तीन लाख तक के कृषि लोन को चुकाने के लिए वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी के तहत ब्याज का 50% सरकार वहन करेगी।
- गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹51 प्रति लीटर और भैंस के दूध का ₹61 प्रति लीटर किया गया; प्राकृतिक खेती से उगाए गेहूं का MSP ₹60/किलो और मक्का का ₹40/किलो निर्धारित किया गया।
- आगामी वित्त वर्ष से प्राकृतिक पद्धति से उगाई गई कच्ची हल्दी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹90 प्रति किलो करने की घोषणा की गई।
- प्रदेश के एक लाख नए किसानों को प्राकृतिक खेती के अंतर्गत लाने का लक्ष्य रखा गया है तथा सभी सरकारी कृषि फार्मों को प्राकृतिक खेती के अधीन लाया जाएगा।
- ‘मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना’ के तहत अब किसानों को जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा हेतु सोलर फेंसिंग, जालीदार और कांटेदार बाड़बंदी में सहायता प्रदान की जाएगी।
- ‘मुख्यमंत्री पर्यटन स्टार्ट-अप योजना’ के तहत जनजातीय क्षेत्रों में होटल/होम स्टे बनाने के लिए बैंक ऋण पर पांच प्रतिशत और गैर-जनजातीय क्षेत्रों में चार प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी।
- ‘मुख्यमंत्री लघु दुकानदार कल्याण योजना’ के अंतर्गत छोटे दुकानदारों को व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में सहायता के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- ‘रोगी मित्र योजना’ के अंतर्गत 1000 रोगी मित्र जोड़े जाएंगे, जिन्हें ₹15 हजार का मासिक मानदेय प्रदान किया जाएगा।
- 70 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के बुजुर्गों को घर पर स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु ‘मुख्यमंत्री वृद्धजन केयर योजना’ आरम्भ की जाएगी।
- क्षेत्रीय अस्पताल, बिलासपुर के अन्तर्गत पीएचसी स्वाहण और शिमला जिले के नागरिक अस्पताल रोहडू में 50-50 बिस्तरों की क्षमता वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सीसीबी) की स्थापना को मंजूरी दी गई।
- प्रदेश के विभिन्न सरकारी परिसरों में 402 नए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
- शिमला में ऐतिहासिक एलर्जली भवन के चरण-2 की आधारशिला रखी गई, जिसकी अनुमानित लागत 19.72 करोड़ रुपये है।
- हमीरपुर में एक स्पाइस पार्क तथा ऊना जिले में लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से पोटेटो प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा।
- केंद्र सरकार की ‘प्रसाद योजना’ के तहत माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के विकास के लिए 56.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए।
- 100 मेगावाट क्षमता की उहल चरण-3 जल विद्युत परियोजना का शीघ्र लोकार्पण किया जाएगा।
- लाहौल-स्पीति जिले की मियाड़ घाटी में वन्यजीव सर्वेक्षण के दौरान ऊनी उड़ने वाली गिलहरी (यूपेटॉरस सिनेरेउस) का पहला फोटोग्राफिक साक्ष्य प्राप्त हुआ।
- शिक्षा निदेशालयों का पुनर्गठन स्कूल शिक्षा निदेशालय (बाल वाटिका से जमा दो) और उच्च शिक्षा निदेशालय के रूप में किया गया।
- चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ने देशी फसलों – चंवा माश, बरोट लाल राजमाश और बरोट पीली राजमाश – को पौध किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण (पीपीवीएफआरए) के साथ पंजीकृत किया।