गिरिराज साप्ताहिक 14 से 20 मई 2025
- इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना: इस योजना में अब घरेलू कार्य करने वाली महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। जिन महिलाओं ने घरेलू सहायिका के रूप में न्यूनतम 100 दिन कार्य किया है, वे इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र होंगी। इसके अतिरिक्त, इन महिलाओं की 21 वर्ष या उससे अधिक आयु की बेटियां भी इस योजना के तहत पात्र होंगी और उन्हें 1500 रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में प्रदान किए जाएंगे।
- नई होम स्टे नीति को मंजूरी: मंत्रिमंडल ने नई होम स्टे नीति को मंजूरी दी है। चंबा जिला के पांगी उप-मंडल में होम स्टे के लिए पंजीकरण शुल्क मानक दर का 50 प्रतिशत निर्धारित किया गया है।
- सार्वजनिक एवं निजी परिवहन में गार्बेज बिन अनिवार्य: हिमाचल प्रदेश में सार्वजनिक एवं निजी परिवहन व टैक्सियों में गार्बेज बिन रखना अनिवार्य किया गया है। उल्लंघन करने पर 1500 रुपये तक का जुर्माना तथा गार्बेज बिन स्थापित न करने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया जा सकता है।
- 500 एमएल पानी की प्लास्टिक बोतलें प्रतिबंधित: आगामी पहली जून से सभी सरकारी कार्यक्रमों व होटलों में 500 मिलीलीटर तक की पॉलीथीन टेरेफ्थैलेट (पी.ई.टी.) पानी की छोटी बोतलों के प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा। उल्लंघन पर 500 रुपये से लेकर 25000 रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है।
- क्लीन प्लांट प्रोग्राम (सीपीपी): केंद्र सरकार ने 9 अगस्त, 2024 को ‘स्वच्छ पौध कार्यक्रम’ (सीपीपी) को मंजूरी दी। यह कार्यक्रम ‘बागबानी समग्र विकास मिशन’ (एमआईडीएच) के अंतर्गत आता है और इसमें 1,765.67 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
- एचपीआरआईडीसीएल को अंतर्राष्ट्रीय सम्मान: हिमाचल प्रदेश सड़क एवं अधोसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचपीआरआईडीसीएल) को मोरक्को के माराकेच में प्रतिष्ठित 2024 आईआरएपी गैरी लिडल मेमोरियल ट्रॉफी में ‘शाइनिंग स्टार’ से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड विश्व के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सड़क प्राधिकरण को उच्च जोखिम वाली सड़कों को खत्म करने की दिशा में काम करने के लिए प्रदान किया जाता है।
- शिमला स्मार्ट सिटी लिमिटेड को पुरस्कार: शिमला स्मार्ट सिटी लिमिटेड को ढली सुरंग और सुरंग के बाहर रोटरी जंक्शन के निर्माण के लिए शहरी गतिशीलता में नवाचार श्रेणी के तहत स्मार्ट सिटीज इंडिया अवार्ड-2025 से सम्मानित किया गया।
- पद्म श्री पुरस्कार (2025): बागबानी में अतुलनीय योगदान के लिए हरिमन शर्मा को पद्म श्री पुरस्कार (2025) से सम्मानित किया गया है।
- हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में नए पद: डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, हमीरपुर में नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागों को आरंभ करने तथा उनके सुचारू संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के 118 पदों को सृजित कर भरने को मंजूरी दी गई।
- एचपीशिवा परियोजना: इस परियोजना के तहत भोरंज उपमंडल के गांव बडैहर के पास जोल में 10 किसानों की लगभग एक हेक्टेयर भूमि पर लगाए गए अमरूद के बागीचे में लगभग 60 क्विंटल अमरूद की पैदावार हुई है।
- ऊना जिला धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में: ऊना जिला अपनी विराट धार्मिक और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के चलते मंदिरों की नगरी के रूप में एक नई पहचान बना रहा है। माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के भवन निर्माण और श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 250 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
- बरोट क्षेत्र ट्राउट मछली उत्पादन में: मंडी जिला का बरोट क्षेत्र ट्राउट मछली उत्पादन में तेजी से उभर रहा है।
- लैंटाना कैमारा (लाल फुलणु) विषाक्तता: यह एक हानिकारक खरपतवार है जो हिमाचल प्रदेश सहित भारत के अधिकांश हिस्सों में फैल गया है। इसकी विषाक्तता के कारण पशुओं में उच्च रोग दर और मृत्यु दर रहती है।
- आडू की बागबानी: बागबानी विविधिकरण के तहत आडू (प्रूनस पर्सिका) हिमाचल प्रदेश की एक महत्वपूर्ण फल फसल है।